देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत को मंगलवार सुबह आनन-फानन में दिल्ली तलब किया गया । इस बात को लेकर राजनीतिक चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। हालांकि अभी आलाकमान के इस बुलावे को लेकर किसी तरह का कोई कारण सामने नहीं आया है। इस बीच सियासी कयासों का बाजार गर्म हो गया है। कहा जा रहा है कि आलाकमान त्रिवेंद्र रावत को कुर्सी से हटाकर किसी दूसरे नेता को सूबे की कमान सौंप सकता है। इस सब के बीच प्रकाश पंत का नाम भी सीएम के तौर पर सामने आ रहा है, लेकिन सीएम रावत को अचानक दिल्ली तलब क्यों किया गया है इसके बारे में अभी कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि ऐसे कयास लगाए जा रहो हैं कि राज्यपाल डाॅक्टर केके पाॅल की सेवाएं पूरी होने के बाद वहां किसे राज्यपाल बनाया जाए इस पर भी चर्चा हो सकती है।
सूत्रों के मुताबिक , त्रिवेंद्र सिंह रावत को भाजपा आलाकमान ने दिल्ली तलब किया है। इससे पहले भी सीएम रावत को बदलने जाने की खबरें सोशल मीडिया पर जोर शोर से उड़ी थीं, लेकिन उस दौरान बातें हवाई साबित हुईं, लेकिन इस बार राज्य की कुछ पार्टियों के नेताओँ ने भी सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट करते हुए इस बात का जिक्र किया है कि सीएम रावत को हटाकर भाजपा आलाकमान राज्य के मंत्री प्रकाश पंत को कमान सौंपने जा रही है।
हालांकि वहीं एक अन्य पक्ष का कहना है कि उत्तराखंड के राज्यपाल डाॅक्टर केके पाॅल अपना 5 सालों का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं ऐसे में आलाकमान के द्वारा दिल्ली बुलाने का मकसद इसपर भी चर्चा करना हो सकता है।
यहां बता दें कि सोशल मीडिया में यह खबर भी फैल रही है कि उत्तरप्रदेश के राज्यपाल राम नाईक को ही वहां का अतिरिक्त भार दिया जा सकता है।
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यहां बता दें कि उत्तराखंड में प्रधानमंत्री की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चल रहीं हैं ऐसे में एक मकसद योजनाओं की प्रगति के बारे में जानकारी लेना भी हो सकता है।