अल्मोड़ा। गैरसैंण को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने को जोर-शोर से उठाने वाली भाजपा असमंजस में फंस गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का निर्णय लिया है लेकिन संसाधनों के अभाव के चलते फिलहाल गैरसैंण स्थाई राजधानी बनाने में अभी थोड़ी और देरी हो सकती है। अजय भट्ट ने बताया कि गैरसैंण को जनआकांक्षाओं के अनुसार ही विकसित किया जा रहा है।
पंचेश्वर बांध प्रभावितों को मुआवजा
गौरतलब है कि गैरसैंण में अभी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। प्रदेश भाजपाध्यक्ष ने बताया कि वहां सबसे ज्यादा पानी आपूर्ति की समस्या है, जिसके लिए झील बनाई जा रही है। एक बार जब यह ग्रीष्मकालीन राजधानी बन जाएगी उसके बाद इसे राज्य की स्थाई राजधानी बनाने पर विचार किया जाएगा। सरकार के कामों की तारीफ करते हुए भट्ट ने कहा कि सरकार पंचेश्वर बांध प्रभावितों को मुआवजा देगी।
ये भी पढ़ें - राज्य के हर परिवार को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवा, सरकार यूनिवर्सल हेल्थ कार्ड योजना लागू करन...
शीतकालीन सत्र पर सफाई
आपको बता दें कि बुनियादी सुविधाओं के अभाव की वजह से ही राज्य का शीतकालीन सत्र सिर्फ दो दिनों में ही समाप्त कर दिया गया था। कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान 14 विधेयक दो दिनों में ही पास हो गए, पर विपक्ष ने एक भी सवाल नहीं किया। इस दौरान अनूपूरक बजट भी पारित किया गया और कांग्रेस की सहमति से सत्र भी खत्म किया गया। अब कांग्रेस लोगों के बीच भ्रम फैला रही है।