रुड़की। उत्तराखंड के रुड़की में मंगलवार की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। कलियर में एक सवारियों से भरी बस में आग लग गई जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा यात्री झुलस गए हैं। बताया जा रहा है कि 50 कर्मचारियों को लेकर इनायतपुर से सिडकुल जा रही एक कंपनी की बस अचानक ही हाईटेंशन तार की चपेट में आ गई। हाईटेंशन तार के बस को छूते ही उसमें करंट फैल गया और सवारियों में अफरा-तफरी मच गई। करंट फैलने की वजह से लगी आग में बुरी तरह से झुलसे एक की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों को रुड़की के सिविल अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने घटना का संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित जूनियर इंजीनियर को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने घटना की जांच हेतु मुख्य अभियन्ता की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठन करने तथा घायलों के उचित उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि हरिद्वार स्थित एल्प्स कंपनी की बस हर रोज कर्मचारियों को लाने के लिए कलियर जाती है। मंगलवार की सुबह भी बस अलग-अलग गांवों से महिला और पुरुष कर्मचारियों को लाने जा रही थी। इनायतपुर से सिडकुल जाते हुए बस हद्दीवाला के करीब हाईटेंशन तार से टकरा गई और उसमें आग लग गई। बस में करंट फैलते ही सवारियों में अफरा-तफरी मच गई और लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल पाया।
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यहां बता दें कि स्थानीय लोगों का कहना है कि 6 से ज्यादा लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं। इनमें से एक की हालत काफी गंभीर है। रुड़की के सिविल अस्पताल में भर्ती कराने के बाद उसे हायर सेंटर में रेफर कर दिया गया है। बस में करंट की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां जमा हो गए।
गौर करने वाली बात है कि मौके पर इकट्ठे हुए आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना था कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। उनका कहना है कि इस इलाके में कई दिनों से हाईटेंशन तार नीचे लटक रहा है लेकिन बिजली विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। नाराज ग्रामीणों ने दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।