देहरादून। गुरुग्राम के स्कूल में बच्चे की दर्दनाक हत्या के बाद शिक्षा विभाग ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें सभी स्कूलों को सीसीटीवी लगाने के साथ बच्चों के अभिभावकों की फोटो लाइब्रेरी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। छात्र-छात्राओं को केवल उन्हीं से मिलने की इजाजत दी जाएगी जिनकी फोटो स्कूल में उपलब्ध होगी। साथ ही बच्चों के अलावा किसी भी अंजान व्यक्ति को स्कूल परिसर में घुसने नहीं दिया जाएगा। इसके बाद बाल अधिकार संरक्षण आयोग भी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सख्त हो गया है। आयोग ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े नियम बनाने और वर्तमान नियमों के पालन के लिए सख्ती करने को कहा है।
बाल संरक्षण आयोग के निर्देश
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने पहले ही सभी स्कूलों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। अब बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी स्कूलों में लगे कैमरों की बराबर जांच करने के निर्देश देने के साथ स्कूलों में काम करने वाले सभी स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन कराने के भी निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष योगेन्द्र रतूड़ी ने कहा कि स्कूलों में छोटे और बड़े बच्चों के साथ अन्य कर्मचारियों के लिए शौचालय अलग-अलग होने चाहिए।
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अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई
यहां यह बात भी गौर करने वाली है कि एक संस्था ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा में सुधार नहीं लाने पर आंदोलन की चेतावनी दे चुकी है। बाल संरक्षण आयोग ने स्कूलों से कहा कि शिक्षक और अभिभावकों के बीच महीने में एक बार बैठक की जाए। आयोग ने इन नियमों का पालन ना करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र के स्कूलों में आने-जाने के लिए सुचारु रूप से रास्ता बनाया जाए। पहाड़ी इलाकों में बच्चों को जंगली जानवरों के हमले से बचाने के लिए स्कूल की दीवारों और भवनों का बेहतर निर्माण कराने के भी निर्देश दिए हैं।