ऋषिकेश । एम्स के छात्रों द्वारा शराब पीकर आवास विकास कॉलोनी में हंगामा करने और स्थानीय लोगों द्वारा विरोध करने पर भारी संख्या में एकत्र होकर लोगों के साथ मारपीट करने का मुकदमा दर्ज हुआ है। सोमवार रात छात्रों और स्थानीय लोगों के बीच हुए विवाद के चलते दोनों ओर से काफी हंगामा हुआ, करीब 150 छात्रों ने कई लोगों को पीटा, तो स्थानीय लोगों ने भी इन छात्रों के वाहनों से तोड़ फोड़ की। पुलिस को दोनों पक्षों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना के बाद एम्स प्रशासन ने मंगलवार को कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी 6 छात्रों को रस्टीकेट कर दिया है। इन छात्रों को अगले आदेश तक सस्थान में आने की अनुमति नहीं होगी।
स्थानीय युवकों के जुटने पर चले गए थे छात्र
असल में रविवार रात शरीब पीने के बाद छात्रों के हंगामे से गुस्साए लोगों ने विरोध किया तो इन लोगों ने स्थानीय लोगों को धमकाना शुरू कर दिया और देख लेने की बात कही। इस पर स्थानीय युवक जुटने शुरू हो गए। उनकी संख्या देखते हुए एम्स के छात्र बाद में देख लेने की धमकी देते हुए वहां से चले गए थे।
दो घंटे तक चला बवाल
इस सब के बाद एकाएक सोमवार रात एम्स के करीब 150 छात्र बाइकों पर सवार होकर कॉलोनी में आ धमके। इन छात्रों ने दुकान में घुसकर विरोध करने वालों के साथ मारपीट की और तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी। चीखपुकार सुनकर स्थानीय लोग एकत्र हो गए। इस दौरान करीब 200 स्थानीय लोग भी एकत्र हो गए। इसके बाद दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया, जिसमें छात्रों की कई बाकों को तोड़ दिया गया।
पुलिस को भांजनी पड़ी लाठियां
हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा। दोनों ओर करीब 400 लोग एक दूसरे पर पथराव कर रहे थे। पुलिस को इन लोगों को तितर बितर करने के लिए लाठियां भांजनी पड़ीं। करीब दो घंटे तक अफरातफरी मची रही। पुलिस ने मामले में तीन युवकों को हिरासत में लिया था। राजीव राणा की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर करीब 150 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जाएगी।