पिथौरागढ़। उत्तराखंड पर मौसम का कहर जारी है। रविवार को पिथौरागढ़ के धारचूला इलाके में स्थित कुंटी गांव में बादल फटने की घटना हुई है। नाले के उफान में आने से कुटी और ज्योलिंगकांग को जोड़ने वाला पुल बह गया। इसके साथ ही पिथौरागढ़-तवाघाट-मुनस्यारी इलाके में पहाड़ों से मलबा गिरने से कई रास्ते बंद हो गए हैं। वहीं बागेश्वर जिले में भी भारी बारिश से भूस्खलन का सिलसिला जारी है। भूस्खलन की वजह से ग्रामीण इलाकों का संपर्क पूरी तरह से जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट गया है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड के कई इलाकों में पिछले कई दिनों से लगातार तेज बारिश का सिलसिला जारी है। लगातार हो रही बारिश से शहर के नाले और पहाड़ी नदियां सभी उफान पर आ गई हैं, इससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। यहां बता दें कि मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में 30 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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यहां गौर करने वाली बात है कि पिथौरागढ़ और चमोली में बादल फटने की घटना से काफी नुकसान होने की भी खबर है। पिथौरागढ़ में रविवार को बादल फटने से नुकसान तो हुआ लेकिन आईटीबीपी के जवानों द्वारा राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। बादल फटने के बाद आए पानी के तेज बहाव में कई चरवाहों के फंसने की भी खबर है वहीं एक पनबिजली परियोजना के भी क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है। आईटीबीपी के जवानों द्वारा जंगल में फंसे चरवाहों को बचाने की कोशिशें की जा रही है। अग्रिम चैकियों के जवानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।