देहरादून। उत्तराखंड पर मौसम का कहर जारी है। मंगलवार की सुबह यमुनोत्री में बादल फटने से सैलाब की स्थिति पैदा हो गई है। भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से पहाड़ों से मलबा सड़क पर आ गया है जिससे केदारनाथ हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है और हजारों की तादाद में यात्री हाईवे पर फंस गए हैं। हालांकि स्थानीय लोग और प्रशासन सड़क से मलबा हटाने के काम में जुटे हुए हैं। बादल फटने के बाद पानी के तेज बहाव में कई दुकानें और पुल के बह जाने की भी खबर है। भारी बारिश की वजह से प्रदेश की ज्यादातर नदियां उफान पर हैं जिससे आम लोगों की मुसीबतों में काफी इजाफा हो गया है।
गौरतलब है कि सोमवार की सुबह चमोली जिले में भी बादल फटने से काफी नुकसान हुआ था। इस घटना में कई गाडियां, मकान और मवेशियों के मलबे में दब जाने की खबर मिली थी। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में इन दिनों भारी बारिश हो रही है। नैनीताल में गदेरों में पानी का स्तर बढ़ जाने से स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऋषिकेश में भी भारी बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है इससे स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों की भी परेशानियों में काफी इजाफा हो गया है।
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यहां बता दें कि पहाड़ों से हो रहे भूस्खलन से कई रास्ते बंद हो गए हैं। जेसीबी और स्थानीय लोगों की मदद से सड़कों को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। यमुनोत्री में बादल फटने के बाद पानी के तेज बहाव में कई दुकानें बह गई वहीं नदी को पार करने वाला एक पुल भी इस बहाव में बह गया।