चमोली। उत्तराखंड पर मौसम का कहर लगातार जारी है। देर रात चमोली जिले में चीन की सीमा से सटे नीती घाटी में बादल फटने से भारी तबाही की खबर है। बताया जा रहा है कि जलम और तमक नामक गांव में बादल फटने की घटना हुई है। प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद बाॅर्डर रोड आॅर्गेनाइजेशन में काम करने वाले मजूदरों के टेंट मलबे में दब गए। फिलहाल 3 मजदूरों के शवों को बाहर निकाल लिया गया है और बाकियों की तलाश जारी है। स्थानीय प्रशासन ने एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन की टीम को मौके पर भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि चीन सीमा से सटे इलाकों में बादल फटने से 3 आवासीय मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। राहत और बचाव का कार्य पूरे जोर-शोर से चलाया जा रहा है। यहां बता दें कि सोमवार को भी चमोली के कुंडी और थराली इलाके में भी बादल फटने की घटना हुई थी जिसमें भारी नुकसान हुआ था। कई मकानों और गाड़ियों के मलबे में दबने और बड़ी संख्या में पशुओं के बह जाने की खबर भी मिली थी।
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यहां बता दें कि प्रदेश में लगातार भारी बारिश हो रही है। राज्य की ज्यादातर इलाकों में नदियां उफान पर हैं। पहाड़ों से होने वाले भूस्खलन से कई रास्ते बंद हो गए हैं। भारी बारिश ने जहां आमलोगों के जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है वहीं चारधाम यात्रा करने वाले यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि गंगोत्री, यमुनोत्री के अलावा ऋषिकेश और उत्तरकाशी में भी सभी बड़ी नदियां उफान पर हैं। हरिद्वार में गंगा के खतरे के निशान के करीब पहुंचने से भी किनारे पर रहने वाले लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।