देहरादून। उत्तराखंड के चारों धाम इस बार प्रदेश में ही पैदा होने वाले फूलों की खुशबू से गुलजार होंगे। सरकार की तरफ से राज्य में फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। बता दें कि चारों धाम के मंदिरों के कपाट खुलने के मौके पर उन्हें पूरी तरह से फूलों से सजाया जाता है लेकिन प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में फूल उपलब्ध नहीं होने की वजह से दूसरे राज्यों से फूल मंगाना पड़ता है लेकिन अब सरकार ने ऐसी योजना बनाई है कि प्रदेश में ही फूलों की पैदावार की जाएगी।
गौरतलब है कि चारों धामों की कपाट खुलने और कपाट बंद होने पर फूलों से भव्य सजावट की जाती है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान भी मंदिरों की सजावट और पूजा के लिए फूलों की भारी मांग रहती है। यह फूल दिल्ली समेत अन्य प्रदेशों की मंडियों से मंगाए जाते हैं लेकिन अब कृषि विभाग ने राज्य के किसानों को ही फूलों की सप्लाई के लिए प्रोत्साहित करने की पहल की है। इसके लिए चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिले में पुष्पोत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सरकार की मंशा कलस्टर आधारित फूलों की खेती को बढ़ावा देना है।
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बता दें कि पहले यहां छिद्दरवाला इलाके में फूलों की खेती की जाती थी लेकिन काश्तकारों को बाजार और उचित दाम नहीं मिलने के चलते उन लोगों ने इसकी खेती बंद कर दी। अब राज्य का कृषि विभाग एक बार फिर से काश्तकारों को सुविधाएं मुहैया कराने की बात कही है।