देहरादून। राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर सभी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में अतिथि शिक्षकों की बहाली की उम्मीदें जगी हैं। आपको बता दें कि हाईकोर्ट ने अतिथि शिक्षकों को दो महीने की मोहलत दी है लेकिन शिक्षा विभाग के पास कोई शासनादेश नहीं पहुंचने के कारण उनका भविष्य अधर में लटका हुआ है।
शिक्षा की हालत खस्ता
गौरतलब है कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। खासकर पहाड़ी इलाकों का हाल तो और भी बुरा है। मुख्यमंत्री ने इस मामले पर गंभीर चिंता जताई है। त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हर हाल में सभी स्कूलों में एक सप्ताह के अन्दर शिक्षकों की तैनाती होनी चाहिए। ऐसे में उम्मीद जगी है कि स्कूली शिक्षा व्यवस्था में सुधार आएगा।
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अतिथि शिक्षकों की उम्मीदें बढ़ीं
मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद बेरोजगार चल रहे अतिथि शिक्षकों को भी बहाली की उम्मीद जगी है। आपको बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद 31 मार्च 2017 से अतिथि शिक्षकों को उनकी सेवाओं से मुक्त कर दिया गया था। बाद में कोर्ट ने उन्हें 2 महीने की मोहलत दे दी लेकिन शिक्षा विभाग के पास कोई शासनादेश नहीं पहुंचने के कारण उनका भविष्य अभी भी अधर में ही है। ऐसे में मुख्यमंत्री के द्वारा एक सप्ताह के अंदर सभी स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती को यकीनी बनाने के आदेश के बाद इनकी दोबारा बहाली की उम्मीदें जगी हैं।