देहरादून। उत्तराखंड के जवानों ने देश की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने में किसी से पीछे नहीं रहे हैं। फिर चाहे बात देश के उत्तरी राज्य जम्मू कश्मीर की हो या फिर उत्तरपूर्वी राज्य नागालैंड, हर जगह उन्होंने आतंकियों और उग्रवादियों से आगे बढ़कर लोहा लिया है। शनिवार को जम्मू कश्मीर के लाम इलाके मंे पाकिस्तान द्वारा किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन में गोरखा रेजीमेंट में तैनात देहरादून के जवान विकास गुरुंग शहीद हो गए थे। सोमवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने ऋषिकेश जाकर विकास की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सरकार परिवार के दुख के साथ पूरी तरह से खड़ी है और राज्य सरकार की तरफ से हर संभव मदद दी जाएगी।
गौरतलब है कि रविवार को तिरंगे में लिपटा विकास का पार्थिव शरीर जब जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने वालों का सैलाब सा आ गया। पूरे रास्ते ‘जब तक सूरज-चांद रहेगा, विकास तेरा नाम रहेगा’ के नारे गूंजते रहे।
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वहीं उत्तरपूर्वी राज्य नागालैंड में भी नागा विद्रोहियों के हमले में रुद्रप्रयाग के फतेह सिंह शहीद हो गए। बता दें कि फतेह सिंह 44 असम राइफल्स में तैनात थे और उनकी ड्यूटी भारत-म्यांमार की सीमा पर लगी थी। खबरों के अनुसार रविवार को नागा विद्रोहियों के खापलांग ग्रुप द्वारा किए गए हमले में असम राइफल्स के 2 जवान शहीद हो गए थे और 4 घायल हो गए थे।