देहरादून । राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने कभी भी राजनीति को अपने करियर के तौर पर नहीं देखा, उन्होंने हमेशा राजनीति को समाज सेवा का एक हिस्सा माना। मैंने राजनीति में किए गए कार्यों को अपना कर्तव्य माना है। मेरे लिए हमेशा राजनीति जनसेवा का एक माध्यम रहा है। सीएम रावत ने ये बातें मंगलवार को सीएम आवास में पहुंचे सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल के छात्र छात्राओं ने भेंट के दौरान कहीं।
छात्रों ने पूछा था राजनीति बतौर करियर पर सवाल
सीएम से अनौपचारिक संवाद के दौरान कई छात्र-छात्राओं ने उनसे विभिन्न विषयों को लेकर कई सवाल किए। इस दौरान एक छात्र ने सीएम से पूछा कि क्या राजनीति को कैरियर के रूप में चुनना चाहिए। इसके जवाब में सीएम रावत ने कहा कि राजनीति को कभी भी कैरियर नहीं बल्कि सामाजिक कार्य व जन सेवा का माध्यम मानना चाहिए।
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पलायन के सवाल पर भी बोले रावत
इसी क्रम में जब एक छात्र ने राज्य में पलायन से जुड़ा एक प्रश्न दागा तो उन्होंने कहा - राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सुविधाओं में सुधार करके ही पलायन पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है। राज्य के सीमांत क्षेत्रों में आबादी का सामरिक महत्व है। सेना को नैतिक बल, सूचनाएं व समर्थन देने में स्थानीय लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
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छात्रों को प्रोत्साहित किया
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल प्रशासन व छात्र-छात्राओं को सेलाकुई के कुछ सरकारी विद्यालयों को गोद लेकर वहां शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने हेतु प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजिक तथा आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर छात्र-छात्राएं गुरु ऋण चुका सकते हैं। इससे छात्र-छात्राओं में सेवा भाव तथा सामाजिक कार्यों के प्रति अभिरुचि उत्पन्न होगी।
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