देहरादून । ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही नए पर्यटक स्थलों को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर लाने हेतु 7 दिवसीय “कमल जोशी स्मृति हिमालय दिग्दर्शन यात्रा 2018” को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा मुख्यमंत्री आवास से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया। मुख्यमंत्री रावत ने इस दौरान कहा कि राज्य के नए व अज्ञात पर्वतीय गन्तव्यों पर ट्रैकिंग को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। ट्रैकर्स हर बार नए डेस्टिनेशन पर जाते है तो दुनिया को नए पर्यटक गन्तव्यों की जानकारी मिलती है। साथ ही उस क्षेत्र की विशेषता व कठिनाईयों का भी पता चलता है। उत्तराखण्ड की विविधता व नए पर्यटक गन्तव्य सामने आते हैं। पर्वतीय ट्रैकिंग अभियानों से दुनियाभर के पर्यटकों व ट्रैकर्स की रूचि भी नए पर्यटक स्थलों के प्रति बढ़ती है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रैकिंग अभियानों को पर्यावरण व हिमालय सरंक्षण, नदियों के पुर्नजीवीकरण, गंगा के स्वच्छता अभियान, पॉलीथीन मुक्त पर्यावरण, स्वच्छ भारत व वृक्षारोपण से जोड़ा जाए। उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में महिलाओं को पर्वतारोहण से जोड़ने की बात कही।
वहीं पलायन एक चिंतन दल के संयोजक रतन सिंह असवाल ने इस यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यात्रा दल के सभी सदस्य यात्रा के दौरान रास्ते में पड़ने वाले गांवों के चिन्हित घरों में सशुल्क विश्राम करेंगे। इतना ही नहीं यात्रा दल अपनी सात दिवसीय यात्रा में उत्तराखण्ड की ग्रामीण परम्पराओं व रहन सहन से आत्मसात होगा।
उक्त यात्रा दल में एक महिला यात्री के साथ ही अध्ययनरत छात्र , फोटोग्राफर , पत्रकार व लेखक शामिल हैं जो कि अपने अपने नजरिये से इस यात्रा का विश्लेषण करते हुए ग्रामीण व उच्च हिमालयी पर्यटन को रेखांकित करेंगे। यात्रा दल के सदस्यों में रतन सिंह असवाल ,दलबीर सिंह रावत ,अजय कुकरेती, सुनील कंडवाल, प्रवीण भट्ट, विनोद मुसान , तनुजा जोशी, विजयपाल रावत, इन्द्र सिंह नेगी, सिद्धार्थ रावत,जितेश, नेत्रपाल सिंह, सौरभ असवाल प्रणेश असवाल शामिल हैं। पलायन एक चिंतन दल द्वारा आयोजित इस यात्रा हेतु आधारशिला सॉल्यूशन व जीप ट्रेवल पार्टनर है।