देहरादून। रामनगर इलाके में रविवार को हुई भीषण सड़क दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सड़कों की स्थिति को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि सड़कों पर गड्ढों की वजह से होने वाली दुर्घटना के लिए उस जिले के डीएम जिम्मेदार होंगे। सीएम के द्वारा राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वह लोक निर्माण विभाग को आपदा मद से इसके लिए बजट मुहैया कराएं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनगर में हुए सड़क हादसे के बाद सरकार सड़कों को लेकर काफी गंभीर है। सड़कों पर गड्ढों की वजह से अब हादसा न हो, इसके लिए जिलाधिकारियों को आपदा मद से 5-5 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। इसके साथ ही धुमाकोट हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई भी होगी।
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यहां बता दें कि राज्य में आपदा से निपटने को सरकार ने 10 हजार स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया है। इसके लिए स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण देकर स्वयं सेवक के रूप में तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि मानसून में होने वाली आपदा की घटनाओं पर भी सरकार गंभीर है। राज्य में आपदा की घटनाओं से निपटने के लिए 3 हेलीकाॅप्टर 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। मरीजों के लिए हैली एंबूलेंस की व्यवस्था को कैसे बेहतर बनाया जाए इस पर विचार किया जा रहा है।