देहरादून। उत्तराखंड में निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस ने भी बागी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 38 बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसके साथ ही कई नेताओं से स्पष्टीकरण मांगा गया है। खबरों के अनुसार बागियों के द्वारा अपने ही नेता के खिलाफ होने वाली गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से की है। सभी बागियों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले भाजपा ने भी करीब 60 बागी नेताओं को निष्कासित कर दिया था।
गौरतलब है कि कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने नेताओं को निष्कासित करने की खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धस्माना ने कहा कि यह कार्रवाई नामांकन दाखिल करने के बाद ही होने वाली थी लेकिन यह सोचकर इसे टाल दी गई कि वे अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ अपना नाम वापस ले लेंगे और उनके समर्थन में प्रचार करेंगे।
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यहां बता दें कि प्रदेश में जल्द ही नगर निकाय के चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने 60 बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया था। गौर करने वाली बात है कि जिन नेताओं पर निष्कासन की तलवार लटकी है उनमें नगर निगम देहरादून से सुनील जायसवाल, मोहन सिंह नेगी एवं दिनेश भंडारी, नगर पालिका परिषद डोईवाला से शिल्पी नेगी एवं विक्रम सिंह नेगी, नगर पालिका परिषद जोशीमठ से रमेश सती, सुभाष डिमरी, नरेशानंद नौटियाल, सरिता नौटियाल, अजीत पाल रावत, सुखदेव सिंह बिष्ट, हरीश सती, अनिल नंबूरी, समीर डिमरी, मोहन सिंह राणा, अनीता नेगी, नगर पालिका परिषद पौड़ी से नीलम रावत, उपेंद्र भट्ट, नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ से अजय महर, नगर पंचायत बेरीनाग से हेम पंत, नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा में त्रिलोचन जोशी, अख्तर हुसैन, केवल सती, मनोज सनवाल, दानिश खान, पंकज वर्मा, कमल पंत, अमरनाथ सिंह रावत, नगर पालिका परिषद बागेश्वर से दिलीप खेतवाल, रणजीत सिंह बोरा, दीपक खेतवाल, किशन नगरकोटी, इंद्र सिंह परिहार, भवानी राम आगरी, सुरेश खेतवाल, रेखा खेतवाल, नगर पंचायत भीमताल से सौरभ रौतेला व विक्रम जीना के नाम शामिल हैं। इन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।