हरिद्वार। हरिद्वार में नौकरी दिलाने के नाम पर एजेंट और ठेकेदार की मिलीभगत से बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है। इस फर्जीवाड़े में बिहार से आए करीब 500 लोगों को फर्जी नियुक्तिपत्र देकर हरिद्वार के सिडकुल भेज दिया गया। लोगों को फर्जी नियुक्तिपत्र का पता हरिद्वार आकर लगा जब कंपनी ने उन्हें नौकरी देने से मना कर दिया। इन लोगों से खाते और पेटीएम के माध्यम से इन लोगों से एक हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक लिए गए हैं।
बिना पैसे के परेशान
गौरतलब है कि उत्तराखंड में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में ये लोग यहां ठंड में अपनी रातें बिताने पर मजबूर हैं क्योंकि इनमें से ज्यादातर लोगों के पास बिहार वापस जाने के लिए पैसे भी नहीं हैं। इनका आरोप है कि बिहार में सरैया जगवालिया निवासी दो ठेकेदारों ने नौकरी देने के नाम बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले सैकड़ों लोगों से रुपये वसूले हैं। खाते और पेटीएम के माध्यम से इन लोगों से एक हजार से लेकर 10 हजार रुपये तक लिए गए हैं।
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नौकरी के नाम पर ठगी
यहां बता दें कि बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों से यह लोग समूह में 3, 5 व 6 जनवरी को हरिद्वार पहुंचे। नियुक्ति पत्र लेकर जब यह लोग सिडकुल स्थित कंपनी में पहुंचे तो वहां यह जानकर उनके होश उड़ गए कि नियुक्ति पत्र तो फर्जी है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें किसी ने नौकरी के नाम पर ठग लिया है।