देहरादून । देहरादून के अपने मामा मधुसूदर बिम्बट की क्लेमनटाउन स्थित 24 एकड़ जमीन और घर समेत अन्य संपत्ति को लेकर मुंबई से देवभूमि पहुंची अभिनेत्री अमृता सिंह अपनी बेटी सारा अली खान वापस लौट गई हैं। लेकिन इस मामले को लेकर संपत्ति के केयरटेकर खुशीराम ने अमृता सिंह पर ही संपत्ति पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। खुशीराम ने अभिनेत्री के अपने मामा की संपत्ति पर जबरन घुसने पर उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाते हुए कई बातों का खुलासा किया है। उसका कहना है कि मधुसूदन ने भांजी अमृता सिंह और बहन ताहिरा से अपने संबंध तोड़ दिए थे, लेकिन अमृता सिंह इस संपत्ति पर कब्जा करने के लिए ही देहरादून आईं थी। वह इस पैतृक संपत्ति में अपना हिस्सा मांग रही हैं।
चलिए बताते हैं इस मामले में मधुसूदन ने पुलिस को क्या क्या बताया
-असल में अपने मामा की संपत्ति पर कब्जे की नीयत से ही मधुसूदन की बहन ताहिरा और भांजी अमृता सिंह ने अविवाहित मधुसूदन की संपत्ति को पाने के लिए सिविल कोर्ट का सहारा लिया था। हालांकि अपने जीते जी मधुसूदन इसके लिए तैयार नहीं थे।
-सामने आया है कि मधुसूदन के पिता और अमृता सिंह के नाना मदन लाल एयरफोर्स में विंग कमांडर थे, जिनके द्वारा 1963 के आसपास यह संपत्ति खरीदी गई थी। इसमें कई आलीशान हाल और कमरे हैं। 2014 में मां अमृता सिंह की मां आशा बिम्बेट की बीमारी के चलते निधन हो गया था। इसके बाद उनकी करोड़ों की संपत्ति को लेकर विवाद शुरू हुआ ।
-असल में अमृता सिंह के मामला मधुसूदन ने शादी नहीं की थी, वो पेश से लेखक थे। उनके माता-पिता के निधन और उनके कोई औलाद न होने के चलते उनकी करोड़ो की संपत्ति का कोई वारिस नहीं था, जिसके चलते मधुसूदन की बहन और भांजी ने संपत्ति को लेकर अपने-अपने दावे किए।
-संपत्ति पर अपनी मां का हिस्सा बताते हुए अमृता सिंह और उनकी मौसी ताहिरा ने अपना हक जताया था। इसको लेकर सिविल जज सीनियर डिविजन की अदालत में मामला विचाराधीन है। इसके साथ ही जिलाधिकारी की न्यायालय में भी वाद प्रचलित है। मुकदमों में कोई फैसला आता इससे पहले ही मधुसूदन चल बसे।
-मधुसूदन की मौत के बाद देहरादून पहुंची अमृता सिंह अपने बेटी और अन्य रिश्तेदारों के साथ उनकी पैतृक संपत्ति पर पहुंची। अमृता के कोठी पर पहुंचते ही केयर टेकर खुशीराम ने उनपर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए क्लेमेंटटाउन थाने में तहरीर दी। इस पर अमृता को भी अपना पक्ष रखने के लिए थाने जाना पड़ा।
-बहरहाल, अब इस मामले में पुलिस दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद इस संपत्ति पर कोई कब्जा न कर ले, इसको लेकर सजग है। क्योंकि मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए पुलिस अपने स्तर पर कोई कार्रवाई अभी नहीं कर सकती है।