देहरादून। राज्य के दिव्यांगों की पेंशन पर रोक लगा दी गई है। आयुक्त निशक्तजन की रिपोर्ट के बाद ऐसा किया गया है, आयुक्त की जांच में इस बात का खुलासा हुआ था कि राज्य में करीब 1927 ऐसे दिव्यांग हैं जो एक ही नाम से दो-दो पेंशन ले रहे हैं और सरकार को चूना लगा रहे हैं। इसके बाद जांच टीम ने समाज कल्याण विभाग के साथ मिलकर पेंशन रोकने का फैसला लिया है।
एक नाम के दो पेंशनर्स
गौरतलब है कि राज्य में समाज कल्याण विभाग की तरफ से लोगों को कई तरह के पेंशन दिए जाते हैं इसमें दिव्यांगजन पेंशन भी शामिल है। 2 महीने पहले तत्कालीन आयुक्त निशक्तजन मनोज चंद्रन ने समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर 1927 ऐसे दिव्यांग पेंशनर्स पकड़े थे, जो एक ही नाम से विभाग से दो-दो पेंशन प्राप्त कर रहे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए आयुक्त ने निदेशक समाज कल्याण व प्रभारी आईटी सेल को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।
ये भी पढ़ें - प्रीमियर बैडमिंटन लीग में खेलने वाली उत्तराखंड की पहली खिलाड़ी बनीं कुहू गर्ग, मुंबई राॅकेट्स ...
नई जांच टीम का गठन
आपको बता दें कि विभाग की आईटी सेल प्रभारी के रिपोर्ट में मात्र 287 ऐसे लोगों की पुष्टि की गई थी जो एक नाम से दो पेंशन ले रहे थे। इसके बाद आयुक्त ने दोबारा जांच के निर्देश दिए लगातार समयावधि बढ़ाने के बाद भी विभाग से संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उसके बाद आयुक्त ने मामले में दून चिकित्सालय के पूर्व डॉ. डीएस रावत, सहकारिता विभाग के सहायक विकास अधिकारी प्रेम कुमार व नंदा देवी निर्धन दिव्यांग एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष बसंत कुमार थपलियाल की टीम गठित करते हुए जांच सौंप दी। अब टीम ने समाज कल्याण अधिकारी से मिलकर जांच पूरी होने तक उक्त लोगों की पेंशन पर रोक लगाने को कहा है। टीम ने अब जांच शुरू कर दी है। जांच टीम के सदस्य प्रेम कुमार ने कहा कि जो लोग पात्र होंगे वे पेंशन रुकने पर खुद ही आपत्ति जताएंगे। टीम ने विभाग को कहा है कि वह लोगों द्वारा दिए गए दिव्यांगता का प्रमाणपत्र एवं अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराएं ताकि जांच प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।