रुड़की। रुड़की में छात्रों को इंजीनियरिंग की कोचिंग देने वाले एक बड़े कोचिंग संस्थान पर छापा मारा गया है। इस कोचिंग के 66 छात्रों के एक साथ ही उत्तराखंड पावर काॅरपोरेशन लिमिटेड के जेई की परीक्षा में चयन होने के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के आदेश पर जिलाधिकारी दीपक रावत ने छापेमारी की है। कोचिंग के दस्तावेजों को कब्जे में लेने के साथ कोचिंग के संचालक चंद्रशेखर तिवारी और वहां पढ़ने वाले छात्रों से पूछताछ की है। कोचिंग पर छापा पड़ने से छात्रों को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। हालांकि डीएम की ओर से यह कहा गया है कि कोचिंग को बंद नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि रुड़की के मालवीय चौक स्थित जीनियस एजूकेशन प्वाइंट कोचिंग सेंटर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है। पिछले साल उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा यूपीसीएल के करीब 252 पदों के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था और इसमें इस कोचिंग के 66 बच्चों का चयन हो गया। इसके बाद बोर्ड से कुछ सांठगांठ का अंदेशा हुआ। ऐसे में आयोग ने डीएम को कोचिंग की जांच के आदेश दिए।
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आपको बता दें कि डीएम दीपक रावत ने जब इस कोचिंग पर छापा मारा तो यहां के शिक्षकों और छात्रों में हड़कंप मच गया। डीएम ने कोचिंग के कई दस्तावेजों को जब्त करने के साथ संचालक चंद्रशेखर तिवारी से पूछताछ की है। बता दें कि यूकेएसएससी की ओर से गत वर्ष 5 नवंबर को कराई गई यूपीसीएल जेई की परीक्षा में जिन 66 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, उनका रिकॉर्ड भी मांगा गया लेकिन कोचिंग सेंटर संचालक उनका कोई रिकॉर्ड नहीं दिखा पाए। इस पर जिलाधिकारी ने कोचिंग सेंटर संचालक को फटकार लगाई। साथ ही सेंटर में जितने भी रजिस्टर व अन्य दस्तावेज थे, उन्हें प्रशासनिक टीम ने जब्त कर लिया। कोचिंग के संचालक का कहना है सभी छात्रों का चयन उनकी मेहनत के बल पर हुआ है। उनकी कोचिंग को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।