देहरादून। आमतौर पर जिस उम्र में लोग पावर लिफ्टिंग जैसे खेलों से सन्यास लेने के बारे में सोचते हैं उस उम्र में उत्तराखंड का यह ड्राइवर अपने सपनों को परवान चढ़ा रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं राज्य के स्वास्थ्य महानिदशालय में बतौर ड्राईवर तैनात शहैदा हुसैन काजमी की। इन्होंने पिछले चार-पांच माह में ही कई राष्ट्रीय खिताब अपने नाम कर लिए हैं। अब वह 13 और 14 अगस्त को केरल में होने वाली सीनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में पदक जीतने की तैयारियों में जुटा है।
अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया
गौरतलब है कि शहैदा हुसैन देहरादून के तपोवन नालापानी इलाके के रहने वाले हैं और उन्हें शुरुआत से ही बाॅडी बिल्डिंग और वेट लिफ्टिंग का शौक था लेकिन परिवार और नौकरी की जिम्मेदारियों के कारण वह इसके लिए समय नहीं निकाल पाए। पिछले साल से उन्होंने पावर लिफ्टिंग के लिए समय निकालना शुरू किया। उनकी मेहनत और लगन को देखकर विभाग ने भी शहैदा को शाम को दो घंटे अभ्यास करने की छूट दी। इसके बाद शहैदा ने पूरे तन-मन से अभ्यास किया और दो प्रतियोगिताओं में 4 गोल्ड मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। यहां आपको बता दें कि वह पिछले दो सालों से पावर लिफ्टिंग में लगातार स्टेट चैंपियनशिप का खिताब जीत रहे हैं।
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मास्टर्स में जीता स्वर्ण
आपको बता दें कि स्टेट चैंपियन का खिताब जीतने के बाद शहैदा ने इसी साल मार्च के महीने में जम्मू में हुए प्रतियोगिता के मास्टर्स वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद 8 और 9 जुलाई को काशीपुर, सुल्तानपुर पट्टी में हुई स्टेट चैंपियनशिप में 93 किग्रा भार वर्ग में उन्होंने मास्टर, सीनियर और बेंच प्रेस चैंपियनशिप टाइटल में भी गोल्ड मेडल जीता।
ओवरआॅल चैम्पियन
उनके शानदार प्रदर्शन के दम पर देहरादून की टीम ने ओवरऑल चैंपियनशिप भी अपने नाम की। उन्होंने बताया कि पहले शौकिया तौर पर खेलने की शुरूआत की। उनके कोच राज मिडास और परिवार ने उन्हें लगातार प्रोत्साहित किया, जिससे वह बेहद उत्साहित हैं।