देहरादून। अगर आपने अपनी गाड़ी का बीमा नहीं कराया है और इसके बिना सड़कों पर फर्राटे भर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। 31 जनवरी तक ऐसे वाहनों के खिलाफ शहर में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम कहीं भी गाड़ी रोककर इसकी जांच कर सकती है। बीमा के कागज नहीं मिलने पर टीम गाड़ी का चालान या सीज कर सकती है। देश में बढ़ते हादसों के बाद सुप्रीम कोर्ट की मानिटरिंग कमेटी ने निजी गाड़ियों के बीमा के कागजात जांचने के निर्देश दिए हैं।
बिना बीमे वाली गाड़ियों का होगा चालान
गौरतलब है कि अक्सर होने वाले हादसों में ऐसा देखा गया है कि गाड़ी का बीमा नहीं होता है। ऐसे में दुर्घटना की चपेट में आने वाले पीड़ितों को बीमे की रकम नहीं मिल पाती है। सुप्रीम कोर्ट की माॅनिटरिंग कमेटी ने इस मामले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद अब परिवहन मुख्यालय से पूरे राज्य में परिवहन विभाग अधिकारियों को निजी वाहनों को रोककर उनका इंश्योरेंस जांचने के निर्देश दिए हैं। विभाग की तरफ से चलाए जा रहे अभियान में अब तक 100 से ज्यादा निजी कारों को बिना बीमे के पकड़ा गया है। सभी कारों का चालान कर दिया गया है।
देहरादून में नहीं चलेगी गाड़ियों की मनमानी
वहीं दूसरी तरफ देहरादून शहर में ट्रैफिक की व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए अब उनपर सख्ती की जा रही है। शहर में अव्यवस्था और ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले ऑटो, विक्रम, सिटी बस और मैजिक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सीपीयू की 10 टीमें लगाई हैं। आपको बता दें कि देहरादून शहर में काफी समय से सिटी बसें, विक्रम, मैजिक और ऑटो चालक ट्रैफिक नियमों का मजाक उड़ा रहे हैं। ऐसे में इन लोगों पर कार्रवाई और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए नया फॉर्मूला निकाला गया है। इसके लिए सीपीयू की 10 टीमों को एक-एक लॉग बुक दी जा रही है। इन लाॅग बुक में ये टीमें अपने-अपने इलाके में नियम तोड़ने वालों के चालान का ब्योरा दर्ज करेगी। इसके बाद जुर्माना तय करने के साथ ही दो से ज्यादा बार नियम तोड़ने वाले वाहन चालक का डीएल और परमिट भी रद्द किया जा सकता है। देहरादून शहर में यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। अगर कोई इसका विरोध करता हुआ पाया जाता है तो उसपर अलग से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।