हरिद्वार। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई शुरू दिया गया है। एसआईटी को जांच के लिए अपने शैक्षिक और प्रशिक्षण प्रमाण पत्र जमा नहीं कराने वाले 7 शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि इन शिक्षकों को पहले ही नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया था लेकिन किसी भी शिक्षक ने अपना प्रमाणपत्र जमा नहीं किया। इसके बाद ही यह कार्रवाई की गई है।
जांच के लिए प्रमाण पत्र नहीं दिए
गौरतलब है कि प्रमुख सचिव गृह के निर्देशों पर अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने एसआईटी का गठन कर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच कराई थी। यहां बता दें कि हरिद्वार के 7 शिक्षकों से एसआईटी के द्वारा बार-बार प्रमाण पत्र मांगा गया लेकिन उन्होंने जांच टीम के सामने इसे उपलब्ध नहीं कराया। जिला शिक्ष अधिकारी बेसिक, ब्रह्मपाल सिंह सैनी का कहना है कि तय समय के अंदर अपना पक्ष नहीं रखने वाले शिक्षकों पर आरोपों को पुष्ट मानते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।
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इन पर गिरी गाज
इसके बाद बहादराबाद ब्लॉक में जगराम सिंह राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुर्जर बस्ती गैंडीखाता, विपिन प्रकाश शर्मा राजकीय प्राथमिक विद्यालय मीठीबेरी, महिपाल सिंह राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बौंगला, हरपाल सिंह राजकीय जूनियर हाईस्कूल गैंडीखाता गुर्जरबस्ती, रामपाल सिंह राजकीय प्राथमिक विद्यालय मंगोलपुरा की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। वहीं लक्सर ब्लॉक के ब्रह्मपाल सिंह राजकीय प्राथमिक विद्यालय मुंडाखेड़ा खुर्द और जगपाल सिंह राजकीय प्राथमिक विद्यालय नंदपुर को भी बर्खास्त कर दिया गया है।