देहरादून। लगातार विवादों में घिरे रहने वाले शिक्षा विभाग में एक और बड़े गड़बड़झाले का खुलासा हुआ है। इसमें चयन वेतनमान और ग्रेड पे संशोधन को लेकर बड़ा घपला किया गया है। 4200 वाले ग्रेड पे से पदोन्नत होकर 4600 ग्रेड पे में पहुंचे शिक्षकों को अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखते हुए सीधी भर्ती वाले एलटी शिक्षकों के सामन एंट्री पे स्केल दे दिया। इससे राज्य सरकार को काफी नुकसान उठाना पड़ा। बता दें कि यह मामला पिछले 5 सालों से चल रहा है। अब मामला सामने आने पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने अब तक गलत तरीके से बांटे गए धन का ब्योरा मांगा है।
गौरतलब है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार की ओर से कोशिशें की जा रहीं हैं लेकिन विभाग के अधिकारी ही उनपर पलीता लगाने पर तुले हुए हैं। बता दें कि शिक्षा विभाग ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार बेसिक शिक्षकों के लिए 4200, एलटी के लिए 4600 और प्रवक्ता के लिए 4800 रुपये ग्रेड पे तय किए हैं। इसके तहत तीनों कैडर की एंट्री पे 13,500 रुपये, 17,140 और 18,150 रुपये तय की गई। ये एंट्री पे केवल सीधी भर्ती के शिक्षकों के लिए ही थी।
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यहां बता दें कि ग्रेड पे और एंट्री पे के स्पष्ट मानक होने के बाद भी अधिकारियों ने कई जगहों पर मनमाने तरीके से ग्रेड पे तय कर दिए और 4200 से 4600 ग्रेड पे में पहुंचे शिक्षकों को भी 17,140 रुपये का पे दे दिया गया। कोर्ट में शिकायत के बाद शिक्षा निदेशालय ने 5 सदस्यों की एक कमेटी बनाई एवं कमेटी ने ज्यादा सैलरी एपाने वाले शिक्षकों से रकम की वसूली की बात कही लेकिन हाईकोर्ट ने इस पर स्टे लगा दिया। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह तो बड़ा घपला साबित हो सकता है ऐसे में इसकी जांच की जा रही है।