देहरादून। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर शिक्षा विभाग ने 59 शिक्षकों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट एसआईटी को भेज दी है। विभाग की ओर से कहा जा रहा है कि ऐसे 27 शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी हैं। जिन शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की गई हैं उनमें से सबसे ज्यादा 19 हरिद्वार जिले के हैं। बता दें कि अमान्य डिग्री में फंसे 12 शिक्षकों के खिलाफ हाईकोर्ट से स्थगनादेश होने के कारण वैधानिक कार्रवाई न होने का हवाला दिया गया है। गौर करने वाली बात है कि राज्य में बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों का खुलासा हुआ था।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी दी गई थी। राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद इसकी एसआईटी जांच के आदेश दिए गए। जांच में कई स्कूलों मंे फर्जी शिक्षकों के बारे मंे पता चला। इनमें से सबसे ज्यादा ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में थे। एसआईटी ने विभागीय अधिकारियों को 62 मामलों में कार्रवाई की संस्तुति की थी, जिनमें से अभी तक 23 मुकदमे पंजीकृत हो सके हैं।
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यहां बता दें कि अब विभाग ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी पाने वालों में से 59 पर कार्रवाई कर उसकी रिपोर्ट एसआईटी को भेज दी गई है। विभाग ने 27 शिक्षकों को बर्खास्त भी कर दिया है। खबरों के अनुसार बर्खास्त होने वाले शिक्षकों में सबसे ज्यादा हरिद्वार के हैं वहीं देहरादून और रुद्रप्रयाग के भी 3-तीन शिक्षक शामिल हैं। इससे संबंधित 12 मामले ऐसे हैं जो नैनीताल हाईकोर्ट में विचाराधीन हैं।