देहरादून। राज्य में शिक्षक संगठनों के प्रांतीय कार्यकारिणी के चुनाव को लेकर संघ और शिक्षा मंत्री के बीच खींचतान की स्थिति पैदा हो गई है। शिक्षा मंत्री ने चुनाव की वजह से शिक्षा व्यवस्था पर असर न पड़े इसलिए चुनाव को एक ही दिन कराने के आदेश दिए हैं। इस बात से शिक्षक संगठनों में काफी नाराजगी है।
राजनीति के बजाय शिक्षा पर ध्यान
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री लगातार शिक्षकों पर लगाम लगाने की कोशिश में लगे हुए हैं। पहले ड्रेसकोड को लेकर फरमान जारी करने के बाद अब शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के संगठन को राजनीति के बजाय शिक्षा पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। ड्रेसकोड को लेकर शिक्षामंत्री और शिक्षक संगठनों के बीच तनातनी कोई नई बात नहीं है। इस बात का उदाहरण शिक्षक संगठनों के साथ हुई बैठक में मिल गया जहां मंत्री ने कहा कि शिक्षक संगठनों के चुनाव में इतना वक्त क्यों लगता है?
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अधिवेशन का समय घटाने के निर्देश
अब देखना है कि शिक्षा मंत्री के आदेश के बाद शिक्षक संगठनों पर क्या असर पड़ता है। मंत्री ने कई दिनों तक चलने वाले अधिवेशन को एक ही दिन में निपटने की सलाह दी है। इसके लिए उन्होंने बच्चों की पढ़ाई के नुकसान का हवाला दिया है। बता दें कि राजकीय शिक्षक संघ की प्रंतीय कार्यकारिणी का 23 नवंबर को चुनव होना है और प्रदेश के शिक्षकों के संगठन राजकीय शिक्षक संघ की प्रंतीय कर्यकारिणी का अधिवेशन 22, 23 एवं 24 नवंबर को देहरदून में आयोजित होगा।