देहरादून। राज्य में आयुर्वेद की पढ़ाई करने वालों को एक बड़ा झटका लगा है। डाॅक्टरों और कर्मचारियों के अटैचमेंट की व्यवस्था खत्म होने से अब प्रदेश के तीनों आयुर्वेद परिसर में इन्हें पढ़ाने वालों की संख्या कम होती जा रही है। बता दें कि आयुर्वेद विश्वविद्यालय के ज्यादातर फैकल्टी अटैचमेंट पर काम कर रह हैं। अब शिक्षा सत्र के बीच में इन फैकल्टी को वापस भेजने से डाॅक्टरों और छात्रों के सामने नई समस्या खड़ी हो गई है।
मान्यता दिलाने के नाम पर हुआ अटैचमेंट
गौरतलब है कि प्रदेश में आयुर्वेद विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर के साथ ही ऋषिकुल और गुरुकुल कॉलेज में शिक्षकों की भारी कमी है। यहां शिक्षकों की कमी को दूर करने और काॅलेजों को मान्यता दिलाने के लिए सरकार ने 32 एमडी डॉक्टरों को कॉलेजों में अटैच कर नियुक्ति दे दी लेकिन काॅलेजों को आयुर्वेद परिषद से मान्यता मिलने के बाद अटैचमेंट की व्यवस्था खत्म कर दी गई।
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भर्ती प्रक्रिया शुरू
आपको बता दें कि अचानक अटैचमेंट खत्म होने से डाॅक्टरों और छात्रों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। सरकार के इस फैसले से आयुर्वेद के छात्रों का भविष्य खतरे में आ गया है। यहां बता दें कि आयुष सचिव हरबंस चुग का कहना है कि विभाग के डॉक्टर और कर्मचारी बड़ी संख्या में अटैचमेंट पर चल रहे थे। इसे देखते हुए अटैचमेंट खत्म करने का निर्णय लिया गया। आयुर्वेद विवि के परिसरों के लिए फैकल्टी की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है और इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद भी अगर जरूरी हुआ तो फिर से डॉक्टरों को अटैच किया जाएगा।