हरिद्वार। उत्तराखंड में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षकों की भर्ती का एक और नया मामला सामने आया है। इस बार यह मामला उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय से जुड़ा है। विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डाॅक्टर सुधा रानी पांडे के खिलाफ 12 शिक्षकों को फर्जी तरीके से भर्ती करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि उत्तराखंड संस्कृत विश्व विद्यालय हरिद्वार के कुलपति पीयूषकांत दीक्षित ने एसएसपी कृष्ण कुमार वीके को 31 अगस्त 2017 को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया था कि संस्कृत विवि की पूर्व कुलपति सुधा पांडेय ने वर्ष 2010 में 12 शिक्षकों की फर्जी तरीके से नियुक्ति की थी।
मुकदमा हुआ दर्ज
गौरतलब है कि पूर्व कुलपति के साथ-साथ नियुक्ति पाने वाले 1 प्रोफेसर और 11 असिस्टेंट प्रोफेसर भी कार्रवाई की जद में आ गए हैं। बता दें कि इसकी शिकायत कई बार की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी। इस मामले की जांच आयुक्त गढ़वाल मंडल ने की थी और जांच में सुधा पांडे के खिलाफ कई सबूत मिले थे। इस मामले का संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने थाना बहादराबाद को पूर्व कुलपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया था। थाना प्रभारी बहादराबाद मनोहर भंडारी ने बताया कि पीयूष कांत दीक्षित की तहरीर पर सुधा पांडेय के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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