ऊधमपुर। उत्तराखंड में विकास की रफ्तार अब और तेज होगी। उत्तराखंड की पहली फ्लोटिंग सोलर फोटोवोल्टिक परियोजना के लिए ऊधमसिंह नगर में 3 जलाशयों का चयन कर लिया गया है। बता दें कि पहले चरण में 150 मेगावाट उत्पादन क्षमता वाले 3 प्लांट स्थापित किए जाएंगे। केंद्र की इस परियोजना और सौर ऊर्जा निगम (सेकी) के प्रस्ताव पर शुरुआती प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसके लिए केंद्र सरकार के उपक्रम सेकी, सिंचाई विभाग और ऊर्जा विभाग में त्रिपक्षीय करार होगा। बता दें कि प्रस्तावित एमओयू में पावर प्लांट को विकसित करने के लिए सर्वेक्षण और निविदा प्रक्रिया का कार्य कर विकासकर्ता के चयन का दायित्व सेकी के पास रहेगा।
गौरतलब है कि उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश के नाम से भी जाना जाता है लेकिन पिछले कुछ समय से उसे बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरे राज्यों से बिजली खरीदनी पड़ रही है। अब केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर एक ही पार्टी की सरकार होने के बाद विकास की गति को तेज किया जा रहा है। अब ऊधमसिंह नगर में प्रदेश का पहला फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट प्रोजेक्ट लगाने का प्रस्ताव रखा गया है।
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यहां बता दें कि सौर ऊर्जा निगम (सेकी) ने इंवेस्टर्स समिट के दौरान उरेडा के साथ एमओयू भी हस्ताक्षरित किया है। 12 अक्तूबर को सेकी, सिंचाई विभाग और उत्तराखंड जल विद्युत निगम की बैठक में ऊधमसिंह नगर की बौर, हरिपुरा और तुमरिया के अलावा ऋषिकेश की वीरभद्र बैराज में फ्लोटिंग सोलर पैनल लगाने पर निर्णय हुआ था। हालांकि ऋषिकेश के बैराज को पहले चरण में शामिल नहीं किया गया। आपको बता दें कि ऊधमसिंह नगर में 3 जलाशयों का चयन कर लिया गया है।