देहरादून। देश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से शोक में डूबा हुआ है ऐसे में उत्तराखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने एक खुलासा कर राज्य भाजपा में हड़कंप मचा दिया है। कुंजवाल ने कहा कि 2016 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी की ओर से हरीश रावत की सरकार को गिराने के लिए 100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। जब उन्होंने पैसे लेने से इंकार कर दिया तो उन्हें मुख्यमंत्री पद की भी पेशकश की थी।
गौरतलब है कि भाजपा की ओर से कहा गया था कि अगर हरीश रावत की सरकार गिर जाएगी तो उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा लेकिन उन्होंने पैसा और पद दोनों ही ठुकरा दिया।
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यहां बता दें कि 2016 में चुनाव विधायकों की खरीद फरोख्त का मसला काफी जोर-शोर से उछला था। कांग्रेस के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल और राजेंद्र भंडारी ने तो बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके ये खुलासा किया था कि उन्हें कांग्रेस छोड़ने की एवज में 5-5 करोड़ रुपये की पेशकश की गई। कांग्रेस के एक और विधायक ने भी बाद में बताया कि उन्हें भी 10 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी। हालांकि गोविंद कुंजवाल ने पैसों की पेशकश करने वाले का नाम बताने से इंकार कर दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने फिलहाल इस पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया और कहा कि अभी देश अटलजी के निधन से शोक में डूबा है। अगर जरूरत होगी तो बाद में इसका जवाब दिया जाएगा।