देहरादून। भाजपा के बड़े नेताओं के लोकसभा चुनाव न लड़ने के फैसले का सिलसिला थम नहीं रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उमा भारती के बाद अब उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) बीसी खंडूरी का नाम भी इसमें जुड़ गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के हालिया दावों के उलट भुवन चंद्र खंडूरी ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। बता दें कि अजय भट्ट ने कहा था कि मौजूदा सांसदों को ही चुनाव लड़ाया जाएगा लेकिन खंडूरी ने कहा कि अपने खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने 6 महीने पहले ही केन्द्रीय नेतृत्व को इस बात की जानकारी दे दी थी।
गौरतलब है कि लगातार नेताओं के द्वारा लोकसभा चुनाव लड़ने से मना करने को भाजपा की अंदरूनी कलह के तौर पर भी देखा जा रहा है। बता दें कि इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। इसके बाद भाजपा की अन्य नेता उमा भारती ने भी गंगा की सेवा और राम मंदिर निर्माण मुहिम को आगे बढ़ाने की बात करते हुए चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।
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यहां बता दें कि उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता बीसी खंडूरी ने भी अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए लोकसभा का चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। हालांकि प्रदेश भाजपाध्यक्ष अजय भट्ट ने मौजूदा सांसदों के ही चुनाव लड़ने की बात कही थी। पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी ने कहा कि उन्होंने अपने फैसले से केन्द्रीय नेतृत्व को 6 महीने पहले ही अवगत करा दिया था। बता दें कि खराब स्वास्थ्य की वजह से खंडूरी पिछले कुछ समय से पार्टी के कार्यक्रमों में कम ही दिखाई देते हैं। गौर करने वाली बात है कि बीसी खंडूरी पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी बने थे। अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद खंडूरी प्रदेश के मुख्यमंत्री भी बने थे।