हरिद्वार। नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने में भाजपा के एक पूर्व नेता का नाम सामने आ रहा है। बबीता रानी नाम की एक महिला के आरोप के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि आॅल उत्तराखंड पेरेंट्स एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष नीरज सिंघल पर यह आरोप लगा है। बता दें कि सिंघल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमेश पोखरियाल निशंक के सांसद प्रतिनिधि भी रहे हैं। हालांकि पार्टी से बगावत करने पर निशंक ने उन्हें सांसद प्रतिनिधि के पद से हटा दिया था।
गौरतलब है कि नौकरी से निकाले जाने के बाद उसने अपने रसूख का इस्तेमाल गलत कार्यों के लिए करने लगा। सिंघल पर आरोप है कि उन्होंने पटेलनगर थाना क्षेत्र निवासी बबीता रानी शर्मा को झांसा दिया कि उसकी सरकार में अच्छी पकड़ है। वह बेरोजगार युवाओं को सचिवालय में सीधी भर्ती के जरिए नौकरी दिला देंगे। आरोप है कि उसके झांसे में आकर महिला ने 13 युवाओं को नौकरी के लिए तैयार कर लिया। आरोप है कि उनसे नौकरी का झांसा देकर आरोपी ने लाखों रुपये हड़प लिए।
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यहां बता दें कि नौकरी नहीं मिलने पर उन युवाओं ने बबीता से अपने पैसे वापस मांगे। इसके बाद आरोपी महिला ने नीरज सिंघल से पैसे वापस देने के लिए कहा लेकिन वह आनाकानी करने लगा। अब महिला के एसएसपी कार्यालय में इसकी शिकायत की गई तो वहां से पीड़ितों को तहरीर दर्ज कराने के लिए कहा गया।
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
राजपुर रोड पर दून के प्रतिष्ठित स्कूल संचालक की 0.19 एकड़ जमीन थी। स्कूल संचालक के नाम दर्ज इस जमीन से .16 एकड़ जमीन उसे मुआवजा देकर लोनिवि ने अधिग्रहण कर ली। ऐसे में उनके नाम मौके पर केवल .03 एकड़ भूमि बची लेकिन लोक निर्माण विभाग को दी गई भूमि राजस्व अभिलेखा में लोक निर्माण विभाग के नाम दर्ज होने से पहले ही मुआवजा लेने के बावजूद पूरी .19 एकड़ का जमीन स्कूल संचालक से एक रिटायर आईएएस के नाम बेनाम कर दिया। पूर्व आईएएस यह .16 एकड़ जमीन बगल के प्लाट धारकों की कब्जा जमा रहा है।