नई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड के लोगों की काफी लंबी मांग पूरी होने वाली है। गैरसैंण को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया जा सकता है। उत्तराखंड की स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इसे उसी के मुताबिक विकसित किया जा रहा है। वहां हर तरह की बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ पीने के पानी की समस्या से निपटने के लिए रामगंगा में झील बनाने की तैयारी की जा रही है।
बड़ी हस्ती होंगे शामिल
गौरतलब है कि प्रदेश में राज्य की स्थापना को ‘उत्तराखंड उदय’ के रूप में मनाया जा रहा है। सीएम ने कहा कि राज्य के स्थापना दिवस की शुरुआत इस बार ‘रैबार’ के साथ होगी। इसमें शामिल होने के लिए उत्तराखंड मूल के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसमें थलसेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, कोस्टगार्ड के डायरेक्टर जनरल राजेंद्र सिंह, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी और एनएसए अजीत डोभाल सहित कई लोग हिस्सा लेंगे।
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नहीं होगी कर्ज माफी
आपको बता दें कि रैबार का मकसद राज्य के विकास के लिए इन लोगों से सुझाव और सहायता लेना है। इन लोगों से उत्तराखंड से पलायन रोकने के साथ ही नौकरियों के अवसर पैदा करने पर भी चर्चा होगी। यहां बता दें कि किसानों के कर्ज माफी को सरकार ने नकार दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के पास इतने संसाधन नहीं है कि वह कर्ज माफी कर सके लेकिन परंतु किसानों को बेहद कम ब्याज पर आसान ऋण मुहैया कराया जाएगा और इस ऋण का इस्तेमाल किसान किसी भी कार्य में कर सकते हैं।