देहरादून। दून के एक निजी बोर्डिंग स्कूल में छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद मसूरी के स्कूल में तैराकी कोच के द्वारा छात्रा के उत्पीड़न का मामला सामने आया है। छात्रा के द्वारा कोच के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में पीड़ित परिवार ने पिछले दिनों एक पत्रकार वार्ता कर पुलिस पर भी कई आरोप लगाए थे। पीड़िता की ओर से कहा गया था कि जानबूझकर आरोपी का नाम किसी को नहीं बताया गया और चुपचाप उसे जेल भेज दिया गया। अब छात्रा पर केस वापस लेने का दवाब बनाया जा रहा है। छात्रा के परिजनों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन के लोग घर पर आकर 25 लाख रुपये का लालच देकर मामला रफा-दफा करने के लिए दवाब बनाया जा रहा है। हालांकि आरोपी कोच ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
गौरतलब है कि मसूरी के एक स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा ने अपने तैराकी कोच पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। लड़की के द्वारा राजपुर थाने में शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। छात्रा के परिवार की ओर से पुलिस पर भी स्कूल प्रबंधन से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा था कि आरोपी का बिना नाम बताए उसे चुपचाप जेल भेज दिया गया।
ये भी पढ़ें- भाजपा के यह वरिष्ठ नेता भी नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, खराब स्वास्थ्य का हवाला
यहां बता दें कि अब छात्रा के परिजन स्कूल प्रबंधन पर समझौता करने का दवाब बनाने का आरोप लगाया है। छात्रा के परिवार वालों का कहना है कि प्रबंधन के लोग घर पर आकर उन्हें 25 लाख रुपये का लालच देकर केस वापस लेने का दवाब बना रहे हैं। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने प्रबंधन के लोगों को छात्रा के घर पर न जाने का आदेश दिया है। पुलिस की ओर से कहा गया है कि प्रबंधन को जो भी बातें करनी है वह पत्राचार के जरिए की जानी चाहिए।
गौर करने वाली बात है कि पिछले दिनों बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया और इसमें जांच की है। इस मामले में प्रेम कश्यप ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।