देहरादून। पूरे देश में गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने एक अनोखा कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार गौरक्षकों के पहचान पत्र जारी करेगी। बड़ी बात यह है कि ऐसा करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य होगा, यहां ऐसे लोगों को गौरक्षक की जगह गौसंरक्षक के नाम से जाना जाएगा। राज्य में गौ सेवा आयोग के चेयरमैन एनएस रावत ने बताया, ‘‘प्रदेश में सभी गोरक्षक अब गोसंरक्षक के नाम से जाने जाएंगे। इसके साथ ही सभी गोरक्षकों को पहचान पत्र जारी किया जाएगा। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा, ताकि गाय के नाम पर हिंसा करने वाले गुंड़ों से असली गोरक्षकों को अलग किया जा सके।’’
गौरतलब है कि इन दिनों पूरे देश मंे गौरक्षा के नाम पर माॅब लिंचिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कुछ समय पहले दिए गए बयान कि, कुछ असामाजिक तत्व गौरक्षा के नाम पर हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। रावत ने कहा कि 13 में से 6 जिलों में असली गोरक्षकों की पहचान की गई है और उन्हें पहचान पत्र जारी किया जाएगा।
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यहां बता दें कि राज्य के सभी 13 जिलों में जानवरों की सुरक्षा एवं कल्याण के लिए समिति का गठन किया जा रहा है जिसके प्रमुख जिलाधिकारी होंगे और इसमें एसएसपी और सीडीओ को भी शामिल किया जाएगा।
गौर करने वाली बात है कि पिछले दिनों राजस्थान में गौरक्षा के नाम पर एक युवक की हत्या कर दी गई थी जिसके बाद पुलिस पर भी कई सवाल उठे थे। इस घटना के बाद अब राजस्थान में मौजूद गौरक्षकों की सूची तैयार की जा रही है, इसके साथ ही सभी थानों को भी ऐसा करने के निर्देश दिए हैं।