देहरादून। मुख्यमंत्री द्वारा निलंबित की गई शिक्षिका वाले मामले को लेकर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डाॅक्टर हरक सिंह रावत ने सीएम समेत सभी लोगों को अपनी हद में रहने की नसीहत दी है। वन महोत्सव का शुभारंभ करते हुए डाॅक्टर रावत ने कहा कि चाहे सीएम हों या फिर कोई शिक्षक सभी को अपनी मर्यादा में रहकर काम करें तभी राज्य का विकास संभव हो पाएगा। हरक सिंह ने सभी उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों से अपील करते हुए कहा उन्हें जनता से मिलकर उनकी समस्या सुनने के साथ ही उसके निराकरण के उपाय करने होंगे।
गौरतलब है कि अपने तबादले को लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंची उत्तरकाशी की शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा पंत द्वारा सीएम को अपशब्द कहे जाने के बाद उसे निलंबित कर दिया है। इस मामले ने अब काफी तूल पकड़ लिया है और राजनीतिक पार्टियों से लेकर शिक्षक संघ भी शिक्षिका के समर्थन में उतर गए हैं। यहां गौर करने वाली बात है कि सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत के व्यवहार से दुखी शिक्षिका ने शिक्षा निदेशालय में जाकर न्याय मांगने की बात कही थी।
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यहां बता दें कि अब वन मंत्री डाॅक्टर हरक सिंह रावत ने इस मामले में बयान देते हुए कहा कि चाहे मुख्यमंत्री हों, शिक्षक हों या फिर कोई अन्य अधिकारी सभी को अपनी मर्यादा में रहकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि वन पंचायतों को सुदृढ़ किया जाएगा और ‘कैंपा’ और ‘जायका’ योजना का संचालन भी वन पंचायतों के माध्यम से किया जाएगा इसके लिए वन पंचायतों को सीधे रकम जारी की गई है। डाॅक्टर हरक सिंह ने कहा कि देश की जैव विविधता में उत्तराखंड 28 फीसदी का योगदान करता है ऐसे में अगर उत्तराखंड प्रदूषित होगा तो पूरा देश गंदा होगा। राज्य में पेड़-पौधों की संख्या बढ़ाने पर उन्होंने कहा कि हरेला पर्व के मौके पर पौधरोपण का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।