देहरादून। स्कूली बच्चों को पेट के कीड़े की वजह से होने वाली बीमारी से निजात मिलेगी। जी हां, 22 फरवरी को राज्य के 27 लाख से अधिक बच्चों को कीड़े मारने वाली दवा अल्बेंडाजाॅल खिलाई जाएगी। इसमें एक साल से 19 साल तक के बच्चों को ये दवा पिलाई जाएगी। राज्य के सभी सरकारी एवं प्राईवेट स्कूल में इस अभियान में भाग लेंगे। इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक विशेष टीम बनाई है।
केन्द्र सरकार का फैसला
गौरतलब है कि पेट में कीड़ों के चलते प्रदेश में बड़ी संख्या में लोग एनीमिया जैसी खतरनाक बीमारी के शिकार हो रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य महानिदेशक डाॅक्टर डीएस रावत ने भी इस बात को माना है। इस समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से देश के सभी बच्चों को कीड़े मारने वाली दवा पिलाने का ऐलान किया था। केंद्र सरकार के इस ऐलान के बाद ही 22 फरवरी को पूरे देश में यह अभियान चलाया जाएगा।
हजारों कर्मचारी लगे ड्यूटी पर
इस अभियान को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड में कुल 51 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। आपको बता दें कि 22 फरवरी को जो बच्चे किसी भी वजह से दवाई खाने से छूट जाएंगे, उन्हें 28 फरवरी को घर-घर जाकर दवाई खिलाई जाएगी। एक से 2 साल के बच्चों को आधा गोली और 2 से 19 साल तक के बच्चों को पूरी गोली खिलाई जाएगी। सभी स्कूलों के साथ-साथ आंगनबाड़ी और मदरसों के बच्चों को भी यह दवा खिलाई जाएगी।
दवा का हुआ परीक्षण यहां आपको यह भी बता दें कि कुछ समय पहले इस दवाई को लेकर शिकायतें सामने आई थी। इस बार सरकार इसे लेकर काफी एहतियात बरत रही है। सरकार ने दवा कर्नाटका एंटीबायोटिक्स से खरीदी है और इसका परीक्षण भी करा लिया गया है। बता दें कि पेट में कीड़े की वजह से कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं। इसके चलते शरीर में खून की कमी, भूख न लगना, कुपोषण, बेचैनी, पेट दर्द और उल्टी जैसी परेशानी हो जाती हैं।