देहरादून। उत्तराखंड पर मौसम का कहर जारी है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में इन दिनों भारी बारिश का दौर जारी है। मंगलवार देर रात से ही हो रही तेज बारिश के चलते बुधवार को देहरादून में एक मकान धराशायी हो गया जिसके नीचे दबने से 4 लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि मौसम विभाग ने 11 और 12 जुलाई को भी राज्य के 6 जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है। इसमें कुमाऊं के 4 और गढ़वाल के 2 जिले शामिल हैं। बागेश्वर में भारी बारिश के कारण पहाड़ों के दरकने से कई गाड़ियां मलबे में दब गई हैं।
गौरतलब है कि भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर मौसम विभाग ने लोगों को खास सतर्कता बरतने की हिदायत दी है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को पिथौरागढ़, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, चमोली और रुद्रप्रयाग में भारी बारिश हो सकती है। विभाग के अनुसार राजधानी देहरादून में भी भारी बारिश हो सकती है।
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यहां बता दें कि बागेश्वर जिले में कपकोट-पिंडारी ग्लेशियर, सौंग-खलीधार और कपकोट-कर्मी मार्ग समेत बारिश और मलबे से 13 सड़कें बंद हैं। भारी बाारिश के चलते सरयू नदी उफान पर है और बहाव के साथ आए भारी सिल्ट के चलते पंपिंग योजनाएं बाधित हो गई हैं। पंपिंग और फिल्टरेशन प्रभावित होने से कई क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। वहीं पिथौरागढ़ में भी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। मदकोट में गोरी नदी के उफान में बालीबगड़ को जोड़ने वाले 2 पुल बह गए। अब
यहां करीब 10 गांवों को जोड़ने के लिए एकमात्र ट्रॉली का सहारा बचा है। पिथौरागढ़ में भारी बारिश के कारण 2 मकान ध्वस्त हो गए हैं। गांव के 10 परिवारों ने लोदी गांव में ली शरण है। जौलजीबी-मदकोट सड़क डौलागाड़ के पास बह गई है। वहीं टनकपुर -पिथौरागढ़ हाईवे पर धौन के पास मलबा आने से आवाजाही बंद हो गई है।