देहरादून। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) लागू होने से प्रदेश के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचा है। इस नुकसान की वजह से आपदा के चलते होने वाले नुकसान की भरपाई में काफी दिक्कतें आ रही हैं। इस मुद्दे को लेकर राज्स के वित्त मंत्री केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की और उन्हें राज्य की स्थिति से अवगत कराया है। बता दें कि उनके साथ वित्त मंत्री से मिलने वालों मंे छोटे कारोबारी भी शामिल थे।
गौरतलब है कि प्रदेश के वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि जीएसटी लागू होने से पहले राज्य को संयुक्त टैक्स कलेक्शन से सरकार को 8336 करोड़ का राजस्व मिल रहा था। वहीं जीएसटी लागू होने के बाद राज्य में टैक्स कलेक्शन में 168 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। अब जीएसटी में 15139 करोड़ का टैक्स एकत्रित हो रहा है। केंद्र और राज्य के सेटलमेंट के बाद मात्र 3701 करोड़ मिला है। यह रकम जीएसटी के पहले वाली रकम से 29 फीसदी कम है।
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यहां बता दें कि राजस्व के कम जमा होने से आपदा के नुकसान की भरपाई करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि छोटे बिस्कुट व्यापारी जो करीब 100 रुपये प्रतिकिलो या उससे कम पर अपना उत्पाद बेचने वाले 18 फीसदी जीएसटी लगने के बाद बड़े ब्रांड वाली कंपनी के साथ मुकाबला नहीं कर पाते हैं। ऐसे में उन्हें काफी नुकसान हो रहा है। राज्य के वित्त मंत्री ने केंद्रीय मंत्री से बिस्कुट उद्योग पर टैक्स स्लैब 5 फीसदी करने का अनुरोध किया है।
राजस्व के नुकसान पर गौर करते हुए जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब और उत्तराखंड के लिए केंद्रीय वित्त सचिव की अध्यक्षता में एक अध्ययन समिति का गठन किया गया है। समिति की रिपोर्ट के बाद ही इस पर कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा।