देहरादून। गैरसैंण विधानसभा सत्र का 5वां दिन भी हंगामेदार रहा। विपक्ष की नेता इंदिरा हृदयेश द्वारा किसानों की आत्महत्या के मामले पर दोनों पक्षों में जोरदार बहस हुई और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। नेताओं को हटाने के लिए गए मार्शलों को भी धक्का-मुक्की का शिकार होना पड़ा। वहीं सत्र के कम समय को लेकर भी हंगाम हुआ। विपक्षी नेताओं का कहना था कि सत्र की अवधि कम होने से जनसरोकार के मुद्दे कम उठेंगे ऐसे में राज्य का विकास कैसे मुमकिन होगा।
गौरतलब है कि सदन में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश द्वारा किसानों का मुद्दा उठाने पर जोरदार बहस हुई। भाजपा ने किसानों की आत्महत्या के मामले को सदन की कार्यवाही से बाहर करने का निवेदन किया। इस बात पर बहस इतनी बढ़ गई कि हाथापाई की नौबत आ गई। कुछ विधायक आपस में उलझ पड़े और उनके बीच धक्का-मुक्की होने लगा। इनके बीच बचाव में आए मार्शलों के साथ भी हाथापाई की गई।
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बता दें कि नेताओं के इस हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा। बताया जा रहा है कि उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा, राजकुमार ठुकराल, पुरन फर्त्याल और काजी निजामुद्दीन सहित कई विधायकों के बीच हाथापाई हुई। इससे पहले स्थायी राजधानी के मुद्दे पर विधानसभा के बाहर भी दोनों पार्टियों के विधायकों में तनातनी हो चुकी है।