हल्द्वानी। ऐसा लगता है उत्तराखंड के जंगल और पहाड़ अवैध हथियार के तस्करों का अड्डा बनता जा रहा है। हल्द्वानी के हंसपुर खत्ता में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इसके बार खूफिया एजेंसी भी काफी सक्रिय हो गई है। खूफिया एजेंसी का मानना है कि माओवादी प्रदेश में अपनी पकड़ बनाने और अशांति फैलाने के लिए पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। पुलिस द्वारा लगाए गए ट्रैपिंग कैमरे में एक तस्कर की तस्वीर आने के बाद डीआईजी ने रुद्रपुर पुलिस को जंगलों में तलाशी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि हल्द्वानी वन प्रभाग के डीएफओ ने पिछले दिनों पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर जंगल से हथियार बनाने वाले ब्लेड और नाल के साथ कई उपकरणों को बरामद किया था। जौलासाल में दो साल में दूसरी बार हथियार बनाने के उपकरण पकड़ने के बाद अधिकारी सतर्क हो गए हैं। पुलिस माओवादी गतिविधियों पर फिर नजर रखने का दावा कर रही है।
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आपको बता दें कि पुलिस ने इससे पहले एक बड़े माओवादी नेता को गिरफ्तार किया था इसके बाद पुलिस अधिकारियों को उम्मीद थी कि उत्तराखंड में माओवादियों के आका खीम सिंह बोरा को गिरफ्तार कर लिया जाएगा लेकिन 6 महीने के बाद भी खीम सिंह और उसके साथी भास्कर पांडे का भी पता नहीं चल सका। बता दें कि पुलिस ने फरार भास्कर पांडे को गिरफ्तार करने के लिए 5 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। खीम सिंह बोरा पर 2004 से 50 हजार का इनाम है। पुलिस को जांच से पता चला कि जेल में बंद देवेंद्र माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ग्रुप का सदस्य है। हर सदस्य और पदाधिकारी को कोरियर के माध्यम से पैसे मिलते हैं।