देहरादून। दुनिया भर में मशहूर उत्तराखंड के जिम काॅर्बेट नेशनल पार्क में लगातार हो रही बाघों की मौत ने सरकार की नीदें उड़ा दी हैं। अब वन मंत्री डाॅक्टर हरक सिंह रावत ने प्रमुख मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक इसकी जांच के आदेश दिए हैं। वन मंत्री ने दोनों लोगों से गंभीरता से इसकी जांच करने को कहा है ताकि इस समस्या का निदान किया जा सके।
बाघों का शिकार
गौरतलब है कि जिम काॅर्बेट पार्क का बाघों के संरक्षण की दिशा में अहम योगदान रहा है। देशभर के टाइगर रिजर्व में सबसे अधिक बाघों का घनत्व कार्बेट में ही है। एक तरफ जहां पार्क में बाघों का संरक्षण किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ उसका लगातार शिकार सरकार के प्रयासों को धक्का पहुंचा रहे हैं। इस साल अब तक कार्बेट में 13 बाघों की जान जा चुकी है लेकिन बाघों की मौत के कारणों का पता नहीं लगाया जा सका है। बाघों की घटती संख्या को देखते हुए सरकार ने अब इसकी जांच के आदेश दिए हैं।
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कड़ी कार्रवाई
आपको बता दें कि जिम काॅर्बेट में बाघों का शिकार कौन कर रहा है इसका पता लगाना बहुत जरूरी है। राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री डाॅक्टर हरक सिंह रावत ने पीसीसीएफ राजेंद्र कुमार महाजन और मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डीवीएस खाती को इसकी जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। वन मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जांच में कोई भी लापरवाही अथवा अन्य कोई बात सामने आती है तो ठोस एवं प्रभावी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।