देहरादून । उत्तराखंड में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों को पीडीपी के एक नेता द्वारा सुरक्षा का हवाला देकर ले जाने का मुद्दा राज्य के सियासी गलियारे में भी गर्माने लगा है। इस सब के बाद उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने मुद्दे को उठाते हुए कहा कि पीडीपी का जो नेता सुरक्षा की बात कहते हुए 150 छात्रों को अपने साथ कश्मीर ले गया है, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। पीडीपी के नेता इन छात्रों के परिजन के तौर पर नहीं आए थे, ऐसे में उन्हें ले जाने पर पुलिस को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने साफ कर दिया है कि वो अब जल्द विवि और डिग्री कॉलेजों के साथ बैठक कर जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए विशेष नियम बनाने जा रहे हैं।
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देश के विभिन्न राज्यों में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए थे। इस दौरान देश के विभिन्न कोनों से कुछ कश्मीरी छात्रों द्वारा सैनिकों की शहादत का मजाक बनाना और विवादित बयान देने कीन घटनाएं सामने आईँ। ऐसी ही एक घटना देहरादून के सुभारती कॉलेज के छात्र ने की, जिसके बाद हंगामा हो गया था।
बहरहाल, इस सब के बीच मंगलवार को पीडीपी सांसद फैयाज अहमद मीर ने देहरादून आकर यहां मौजूद कश्मीरी छात्रों से मुलाकात की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था कि छात्र छात्राएं उत्तराखंड में पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन देर रात सवह करीब 150 छात्रों के साथ बस से कश्मीर के लिए निकल गए।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों को साथ सियासी गलियारों में भी यह मुद्दा गर्माने लगा है। उत्तराखंड सरकार में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री धन सिंह रावत ने साफ कर दिया है कि वो अब जल्द विवि और डिग्री कॉलेजों के साथ बैठक कर जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए विशेष नियम बनाने जा रहे हैं। साथ ही दूसरे राज्यों के छात्रों के वैरिफिकेशन पर भी अनिवार्य कार्रवाई तय करने जा रहे हैं।