देहरादून। बरसात के आगाज के साथ ही राज्य में बीमारियों ने भी दस्तक देनी शुरू कर दी है। स्वाइन फ्लू से मरीजों की मौत के बाद डेंगू ने भी राज्य में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग को देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिले में निरीक्षण के दौरान डेंगू के लार्वा मिले हैं। ऐसे मंे स्वास्थ्य विभाग ने अभी से इसकी रोकथाम के उपाय शुरू कर दिए हैं।
डेंगू के लार्वा फैल रहे
गौरतलब है कि पिछले साल डेंगू से हुई मौतों को घ्यान में रखकर सरकार इस बार काफी एहतियात बरत रही है। राज्य में हो रही लगातार बारिश से जगह-जगह जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। बता दें कि डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर के लार्वा को मच्छर बनने में एक सप्ताह का समय लगता है और करीब 20 से 40 डिग्री का तापमान उसके बढ़ने के लिए उपयुक्त माना जाता है। पिछले साल करीब 10हजार लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। स्थिति इतनी भयानक हो गई थी राज्य के सरकारी और प्राईवेट दोनों अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल पाई थी।
ये भी पढ़ें - राज्य के सभी ग्राम पंचायतों को मिलेगा कंप्यूटर, डिजिटल इंडिया अभियान को मिलेगा बढ़ावा
एहतियात बरतने की सलाह
ऐसे में इस बार भी डेंगू के लार्वा मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। राज्य के जिन स्थानों पर डेंगू के लार्वा मिला है उसे खत्म करने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। स्वास्थ्य महानिदेशक डीएस रावत ने भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में डेंगू के लार्वा मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने लोगों से एहतियात बरतने की सलाह दी है। बता दें कि कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को डेंगू आसानी से हो जाता है। ऐसे में इस मौसम में खूब पानी पीने के साथ ही मौसमी फलों का सेवन करना चाहिए। आयुर्वेद में पपीते के पत्तों का जूस और गिलोय के जूस को भी कारगर बताया गया है। इनसे शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ती है।
डेंगू के लक्षण
तीन से 14 दिन बाद दिखते हैं।
तेज ठंड लगकर बुखार आता है।
सिर और आंखों में दर्द होता है।
शरीर और जोड़ों में दर्द होता है।
भूख कम लगती है।
जी मचलाना, उल्टी और दस्त आने लगते हैं।
चमड़ी के नीचे लाल धब्बे आने लगते हैं।
आंख, नाक से खून आ जाता है।
डेंगू से बचाव
घर के आसपास पानी जमा न होने दें
पानी के बर्तन खुले न रखें
कूलर का पानी बदलते रहें
खिड़की, दरवाजों पर जाली अवश्य लगवाएं
मच्छर को दूर रखने वाली क्रीम लगाएं
शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें
सोते समय मच्छर दानी का प्रयोग करें
मच्छर मारने वाली दवाई का छिड़काव करें