देहरादून। देवभूमि में चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नेता तो इनमें व्यस्त हैं ही उनके साथ-साथ इस समय ज्योतिषों की भी चांदी है। आजकल प्रदेश में ज्योतिष भी काफी डिमांड में हैं। हर नेता चाह रहा है कि वो शुभ मुहूर्त और शुभ दिन में अपना नामांकन दाखिल करें ताकि उसकी जीत में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो। इसे लेकर ही नेता ज्योतिषियों के दरवाजे खटखटा रहे हैं।
नेता खटखटा रहे पंडितों के दरवाजे
गौरतलब है कि उत्तराखंड चुनावी समर में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जिन नेताओं के नाम उम्मीवार के तौर घोषित किया जा चुका है या जिनको टिकट मिल गया है वो इन दिनों पार्टी प्रमुख के बाद ज्योतिषियों की शरण में पहुंच रहे हैं। ऐसे में ये ज्योतिष भी नेताओं से खूब माल वसूल रहे हैं। ज्योतिष नेताजी को यह समझा रहे हैं कि उन्हें नामांकन के लिए किस वक्त घर से निकलना चाहिए या कौन से कपड़े पहनकर बाहर निकलना चाहिए। नेता भी पंडितजी के इन ज्ञान का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।
ज्योतिषों की बल्ले-बल्ले
अब भाई राजनीतिक भविष्य का सवाल है। ऐसे में नेताजी किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। नेताओं के भविष्य को लेकर अलग-अलग ज्योतिष अपनी भवियष्वाणियां कर रहे हैं। उनका कहना है कि नेता को राहुकाल में नामांकन पत्र नहीं दाखिल करना चाहिए, ऐसा करने से उनको नुकसान हो सकता है। कई नेता तो अपना पक्ष मजबूत करने के लिए अनुष्ठान तक करवा रहे हैं। ज्योतिषियों का कहना है कि हर रोज कई नेता उनके पास अनुष्ठान करवाने के लिए आ रहे हैं। ज्योतिषियों की मानें तो नामांकन दाखिल करने के लिए 23, 24 और 25 जनवरी को ही विशेष योग बन रहे हैं। हालांकि, तीनों दिन इसके लिए विशेष योग की अवधि बहुत ज्यादा नहीं है। अब देखना होगा कि ज्योतिषों की भविष्यवाणियां कितनी सफल साबित होती हैं। खैर, जो भी हो फिलहाल तो उनकी बल्ले-बल्ले है।