देहरादून । देश में लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों ने अपनी रणनीति के तहत काम करना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड की बात करें तो इस बार राज्य में उम्मीदवारों की खंख्या में पिछले लोकसभा चुनावों की तुलना में कमी आई है । वहीं इस बार चुनावों में कूदे निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव चिह्न के रूप में कई रोचक चिन्ह मांगे हैं। इसमें जहां किसी नेता ने चुनाव चिन्ह के रूप में हवाई जहाज मांगा है तो किसी ने रोबोट-सीसीटीवी कैमरे। वहीं कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने लिए चुनाव चिन्ह के रूप में चप्पल मांगी है तो किसी ने अपने लिए कैमरे की मांग की है।
Lok Sabha Election - उत्तराखंड की 5 सीटों पर 65 उम्मीदवार , 2014 की तुलना में 31 उम्मीदवार कम
बता दें कि इस बार 2014 के लोकसभा चुनावों की तुलना में महज 65 उम्मीदवार सियासी मैदान में उतरे हैं। जबकि पिछले लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय दलों के साथ ही स्थानीय पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में 96 नेता मैदान में उतरे थे।
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इस बार के लोकसभा चुनावों में नामांकन दाखिल करने वाले अल्मोडा से निर्दलीय प्रत्याशी चंद्र मोहन बेरी ने बैटरी टार्च, चाबी और हैलीकॉप्टर के बतौर चुनाव चिन्ह के रूप में मांगा है। वहीं गढ़वाल सीट से जय जवान जय किसान पार्टी प्रत्याशी राकेश रतूड़ी ने चुनाव चिन्ह के रूप में चप्पलों को मांगा है। अनु पंत ने बिजली का खम्बा, पेंसिल बाक्स और पेन ड्राइव मांगी है। टिहरी सीट से गोपालमणि ने तुरहा बजाता आदमी, बांसुरी और चाय की केतली मांगी है। टिहरी सीट से सरदार खान ने गैस सिलेंडर, ट्रक और हवाई जहाज की डिमांड की है। वहीं इसी क्रम में हरिद्वार सीट से नामांकन दाखिल करने वाले धर्मेंद्र ने रोबोट, कटहल और सीसीटीवी कैमरे को चुनाव चिह्न के रूप में मांगा है।