देहरादून। उत्तराखंड का कथित लव जेहाद का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इसमें कोर्ट ने सरकार से गुरुवार को होने वाल सुनवाई के दौरान लड़की को पेश करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि इस मामले में मुस्लिम लड़के ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर लड़की को पेश करने की गुहार लगाई है। हिंदू लड़की का कथित तौर पर धर्म परिवर्तित कर मुस्लिम युवक से शादी करने के इस मामले में आरोपी लड़का फिलहाल जेल में है और लड़की अपने पिता के पास है।
गौर करने वाली बात है कि हल्द्वानी के रहने वाले एक मुस्लिम युवक दानिश अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि वह काठगोदाम की रहने वाली लड़की से प्रेम करता है और दोनांे का निकाह उनकी मर्जी से हुआ है। यहां बता दें कि लड़की के पिता ने उसके अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया जिसके बाद उसे और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यहां बता दें कि दानिश ने अपनी याचिका में यह भी कहा कि लड़की को उसकी मर्जी के बिना पिता के पास भेज दिया गया जबकि शादी के बाद उसे अपनी पत्नी के साथ रहने का अधिकार है। उसने कोर्ट ने अनुरोध किया कि लड़की को उसके पिता की गिरफ्त से निकालकर उसके पास रहने की इजाजत दी जाए।
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वहीं उत्तराखंड सरकार की ओर से पेश हुए डिप्टी एडवोकेट जनरल मनोज गोरकेला ने पीठ के समक्ष कहा कि आरोपी ने 18 अप्रैल को युवती का अपहरण किया और अगले दिन गाजियाबाद में फर्जी तरीके से युवती का धर्मांतरण कर उसके साथ शादी कर ली। उनका कहना था निकाहनामा फर्जी है और धर्म परिवर्तन से संबंधित दस्तावेज भी फर्जी हैं। बहरहाल पीठ ने कहा कि पहले वह लड़की से बातचीत करना चाहती है।