Saturday, April 20, 2024

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सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरेंद्र राणा के 3 वर्षीय बेटे ने पिता को दी मुखाग्नि, अंतिम विदाई में हजारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ा

अंग्वाल संवाददाता
सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरेंद्र राणा के 3 वर्षीय बेटे ने पिता को दी मुखाग्नि, अंतिम विदाई में हजारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ा

खटीमा । जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के खटीमा निवासी वीरेंद्र  सिंह भी शहीद हुए हैं, जिनका शनिवार सुबह राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान वीरेंद्र के 3 वर्षीय बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, मंत्री यशपाल आर्य, खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने भी नम आंखों से शहीद वीरेंद्र को श्रद्धांजलि दी। उधर हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने शहीद वीरेद्र अमर रहे के नारे लगाए। वहां मौजूद अन्य लोगों ने जमकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। 


बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आंतकी हमले में जिला उद्यमसिंह नगर के खटीमा निवासी और सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के जवान विरेंद्र सिंह राणा शहीद हो गए थे। श्रीनगर से उनके पार्थिव शरीर को पहले दिल्ली लाया गया और उसके बाद उनके पैतृक गांव में लाया गया। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया है। इस दौरान हजारों की संख्या में जनसैलाब वीरेंद्र को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे। देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरेंद्र को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों के साथ ही केंद्रीय मंत्री तक पहुंचे थे। 

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