देहरादून। प्रदेश में स्थाई नौकरी की मांग कर रहे शिक्षा मित्रों को सरकार ने कड़ी चेतावनी दी है। राज्य के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर 2 दिनों के अंदर आंदोलन कर रहे शिक्षामित्र अपने स्कूलों में नहीं लौटते हैं तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर विचार कर रही है लेकिन उनका आंदोलन करना ठीक नहीं है। इससे छात्रों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।
गौरतलब है कि आंदोलन कर रहे शिक्षामित्रों ने शिक्षा सचिव डाॅक्टर भूपिंदर कौर औलख से मुलाकात कर कहा कि डीएलएड प्रशिक्षण पूरा कर चुके शिक्षामित्रों को सहायक शिक्षकों के तौर पर नौकरी मिल चुकी है। वहीं दूसरे बैच के करीब 900 शिक्षकों को एक साल बाद भी नियुक्ति नहीं मिल पाई है।
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यहां बता दें कि शिक्षामित्रों की बातें सुनने के बाद शिक्षा सचिव ने कहा कि न्यायालय के आदेश के अनुसार बिना टीईटी पास किए शिक्षामित्रों को स्थाई नहीं किया जाएगा। शिक्षा सचिव ने कहा कि शिक्षामित्रों के आंदोलन करने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रहा है। अगर वे अपने स्कूलों में नहीं लौटते हैं तो उनपर एस्मा भी लगाया जा सकता है।
गौर करने वाली बात है कि स्थाई नौकरी का मांग को लेकर शिक्षामित्र कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। उनका आंदोलन 9वां दिन भी जारी है और शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि जब तक इन 900 शिक्षामित्रों को सहायक शिक्षक के तौर पर नौकरी नहीं मिलेगी उनका आंदोलन जारी रहेगा।