हल्द्वानी। देशसेवा में आगे रहने वाले उत्तराखंड के एक और सूपत ने अपनी शहादत दी है। असम राइफल्स में तैनात गरुड़ इलाके के रहने वाले नंदन सिंह की ड्यूटी नागालैंड के नागिनीमुरा में थी। बुधवार शाम को ड्यूटी के दौरान नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया। प्रतिरक्षा की कार्रवाई में नंदन को सीने और सिर में गोली लग गई जिसमें वे शहीद हो गए। उनके सीओ ने फोन पर शहीद के भाई दलबीर सिंह बिष्ट को यह सूचना दी। इस सूचना के बाद परिवार में मातम छा गया। बता दें कि जवान अपने पीछे पत्नी पार्वती देवी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं।
गांव में शोक की लहर
गौरतलब है कि नंदन की शहादत की खबर मिलते ही उनके गृहनगर में दुख का माहौल छा गया है। उनके शव को पूरे सैनिक सम्मान के साथ गरुड़ लाया गया। जिस भी व्यक्ति को शहादत की खबर मिली सभी उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पडे़। बता दें कि नंदन 1985 में सेना में भर्ती हुए थे और 1 महीने पहले ही अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताकर अपनी ड्यूटी पर रवाना हुए थे। दीपावली के त्योहार पर पूरा गांव शोक में डूब गया है। एसडीएम सुंदर सिंह ने बताया कि जवान को दो गोलियां लगी हैं। उसके सीने और सिर पर गोली के निशान हैं। उन्होंने बताया कि सरयू और गोमती संगम पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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