देहरादून। उत्तराखंड में फिल्म निर्देशकों को आकर्षित करने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के गैर सरकारी सदस्यों के बोर्ड को भंग कर दिया है। परिषद के उपाध्यक्ष प्रसिद्ध फिल्म व टीवी अभिनेता हेमंत पांडे और जयश्रीकृष्ण नौटियाल समेत सभी 19 सदस्यों को पदमुक्त करने के संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। सीएम ने कहा है कि टिहरी झील को फिल्म शूटिंग के लिहाज से विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का नैसर्गिक सौंदर्य देखकर देश के अधिक से अधिक फिल्म निर्माताओं को आमंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टिहरी ने इस देश के विकास में काफी योगदान दिया है और अब वक्त आ गया है कि टिहरी के विकास के लिए भी कुछ किया गया।
युवाओं को मिलेगा रोजगार
गौरतलब है कि इन दिनों टिहरी में शाहिद कपूर और श्रद्धा कपूर के अभिनय वाली फिल्म ‘बत्ती गुल मीटर चालू’ की शूटिंग चल रही है। बता दें कि इस फिल्म में शाहिद कपूर एक गढ़वाली वकील की निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि टिहरी के खैट पर्वत से लेकर सेम मुखेम, गंगू रमोला तथा मलेथा के वीर माधो सिंह के बारे में जानकारी दी कि फिल्म निर्माण का काम शुरू होने से स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
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फिल्मों को प्रोत्साहन
यहां बता दें कि उत्तराखंड में फिल्मों को प्रोत्साहन देने के लिए फिल्म विकास परिषद के गैर सरकारी बोर्ड का गठन पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 24 अगस्त 2016 को किया गया था। तब फिल्म अभिनेता हेमंत पांडे को इसके उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई, जबकि सदस्यों में हीरा सिंह राणा, मीना राणा, उर्वशी रौतेला, कांता प्रसाद, माधवानंद भट्ट, शिव पैन्यूली, विक्की योगी, जयप्रकाश पंवार, चंद्र दत्त तिवारी, एसपीएस नेगी, कुंवर राम सिंह नेगी, सुदर्शन शाह, बाबूराम शर्मा, महेश प्रकाश, सतीश शर्मा, मनोज पांगती व संगीता ध्यानी को शामिल किया। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद मौजूदा भाजपा सरकार ने पिछले साल के आखिर में परिषद में एक और उपाध्यक्ष जयश्रीकृष्ण नौटियाल को नियुक्त किया। अब राज्य सरकार ने परिषद के गैर सरकारी बोर्ड को भंग कर दिया है।